जगदीप धनखड़ का जीवन परिचय | Jagdeep Dhankhar Biography Hindi

जगदीप धनखड़ का जन्म एक मध्यम परिवार में हुआ था। इनका का जन्म 18 मई 1951 को हुआ था। जो कि किठाना गांव, झुंझुनू जिला, राजस्थान में स्थित है। यह एक जाट परिवार से है। यहीं से इनका  लालन पालन हुआ था। इनके परिवार में उनके माता-पिता वह चार भाई बहन रहते थे। जगदीप धनकड़ के  पिता का नाम चौधरी गोकल चंद था। और  माता का नाम केसरी देवी था। अब इन दोनों का निधन हो चुका है। इनके बड़े भाई का नाम कुलदीप धनकड़ है। और छोटा भाई का नाम रणदीप धनकड़ है। और बहन का नाम इंद्र है। इनके परिवार में सबकी शादी हो चुकी है। उनकी पत्नी का नाम  सुदेश धनकड़ है। और एक बेटी है जिसका नाम कामना धनकड़ है और दामाद भी है जिनका नाम कार्तिकेय वाजपेयी है।
 

जगदीप धनखड़ की शिक्षा:-

इन की प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल से हुई। यह  स्कूल उनके गांव किठाना में ही स्थित है। उसके बाद उन्होंने कक्षा 6 के लिए  घर  मे से कुछ दूरी पर स्थित दूसरे स्कूल में दाखिला लिया। वो पैदल यात्रा करके ही स्कूल जाया करते थे। यह एक परीक्षा में विद्यार्थी थे। इनके विद्यालय में शिक्षक इनकी काफी प्रशंसा करते थे। उन्होंने साल 1962 में एक सैनिक स्कूल में दाखिला लिया था। उसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए राजस्थान में स्थित एक विश्वविद्यालय को चुना था।

जहां से उन्होंने बीएससी की पढ़ाई की इनमें उसके सब्जेक्ट भौतिक विज्ञान था। 3 साल तक उन्होंने बीएससी की पढ़ाई जारी रखी , उसके बाद भौतिक की  डिग्री हासिल की। उसी विश्वविद्यालय से उन्होंने एक और डिग्री हासिल की जोकि एलएलबी की डिग्री थी। यह डिग्री उन्होंने 1979 प्राप्त की।

जगदीप धनखड़ की पत्नी का परिचय:-

जगदीप धनखड़ की पत्नी का नाम सुदेश धनखड़ है उनका जन्म एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। इनके पिता का नाम होशियार सिंह था। इनकी प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा उनके निवास स्थान में हुई है। इन्होंने वर्ष 1979 में ग्रामीण परिवेश के एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय बनस्थली विद्यापीठ से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर  किया हैं। यह सामाजिक कार्य और जैविक खेती, बाल शिक्षा और उत्थान में गहरी रुचि रखती है। वे  परिवार के साथ यात्रा करना पसंद करती हैं।और यह कई स्थानों की यात्रा भी कर चुकी है।

जगदीप धनखड़ के बच्चों का परिचय:-

जगदीप धनखर का कोई पुत्र नहीं है बल्कि उनकी एक पुत्री है जिनका नाम कामना है। कामना ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा एमजीडी स्कूल जयपुर से की है।और उसके बाद मेयो गर्ल्स, अजमेर में, संयुक्त राज्य अमेरिका में बीवर कॉलेज  से स्नातक की उपाधि प्राप्त कि है। इनके पास यूके, इटली और ऑस्ट्रेलिया में समर कोर्स भी थे। वह अंग्रेजी, हिंदी और इतालवी में धाराप्रवाह में बोलती है। इन्होंने इटालियन भाषा भी सीखी है।

जगदीप धनखड़ की बेटी कामना कि शादी स्वर्गीय श्री विजय शंकर वाजपेयी एवं आभा वाजपेयी के बेटे कार्तिकेय वाजपेयी से हुई है। कार्तिकेय ने आईटीसी से कैंपस प्लेसमेंट किया है। लगभग 5 वर्षों तक इन्होंने आईटीसी की सेवा करने के बाद, कार्तिकेय ने कानूनी पेशे में कदम रखा है। और वर्तमान में यह सर्वोच्च न्यायालय में एक वकील के तौर पर कार्यरत हैं।
जगदीप धनखड़ की बेटी कामना और कार्तिकेय का एक पुत्र भी है जिसका नाम कविश है जिसका जन्म 14 अगस्त 2015 में गुड़गांव में हुआ हैं।

जगदीप धनखड़ का राजनीतिक सफर:-

उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक वकील के तौर पर की थी । यह एक दमदार वकील थे । इन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर सुप्रीम कोर्ट के वकील की पद को ग्रहण किया था । कुछ समय बाद ही इन्होंने वकालत में इतनी ज्यादा महारत हासिल कर ली लोग इन्हें सुपर वकील के नाम से जानने लगे। इन्होंने वकील बन कर भी काफी ज्यादा सम्मान प्राप्त किया और अपनी एक अलग ही छवि बनाई।

सुप्रीम कोर्ट के वकील के तौर पर रहने के बाद भी इन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक राजनीतिक तौर पर की। इन सब के  बाद जगदीप धनखड़ जनता दल नामक एक राजनीतिक पार्टी के साथ जुड़ गए। और 1989 से लेकर के लगभग 2 वर्षों तक राजनीतिक पार्टी के लिए ही काम किया। इसके बाद इन्होंने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का निर्णय किया और कांग्रेस पार्टी का हाथ थमा।

परंतु कांग्रेस पार्टी के साथ काम करने पर उन्हें कोई अच्छी खासी महारत हासिल नहीं हुई और हार के बाद हार का सामना करना पड़ा है जिससे कि उन्होंने 2003 में बीजेपी का हाथ थामना उचित समझा और वह बीजेपी में शामिल हो गए । 2003 से लेकर अभी तक  वह एक अच्छे कार्यकर्ता के तौर पर बीजेपी में कार्यरत रहे। बीजेपी में कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने के बाद इन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाया गया और फिर यह केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी शामिल हुए । 16 मई 2022 को आई रिपोर्ट के अनुसार इन्हे भारत के नए उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना गया । आज के समय में यह भारत के १४वें निर्वाचित के उपराष्ट्रपति बन गए हैं।

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