प्रश्न 1 – क्रिया योग क्या है?
उत्तर – तप,स्वाध्याय ,ईश्वर प्राणिधान क्रिया योग है।
प्रश्न 2 – सभी क्लशो का मूल कारण क्या है ?
उत्तर – सभी क्लशो का मूल कारण अविद्या है ।
प्रश्न 3 – द्वंदो को सहन करना क्या कहलाता है ?
उत्तर – द्वंदो को सहन करना तप कहलाता है ।
प्रश्न 4 -महामोह किस क्लेश को कहा जाता है ?
उत्तर – राग को ।
प्रश्न 5 -प्रकृति के कितने परिणाम बताए गए हैं ?
उत्तर – प्रकृति के चार परिणाम बताए गए हैं ।
प्रश्न 6 -योग सूत्र में संख्या में से कौन सा तत्व ज्यादा है ?
उत्तर – 26 वां तत्व ईश्वर ।
प्रश्न 7 – योग सूत्र के अनुसार एक कर्माश्य से किसके द्वारा बनता है ?
उत्तर – क्लशो से ।
प्रश्न 8 – दुख का जन्म कैसे होता है ?
उत्तर – प्रकृति व पुरुष के सहयोग से ।
प्रश्न 9 -कर्मफल किसके आधार पर मिलता है ?
उत्तर – जाति आयु वर्ग और भोग के आधार पर ।
प्रश्न 10 -योग सूत्र के अनुसार पुरुष किसको कहा गया है ?
उत्तर – दृष्टा आत्मा को ।
प्रश्न 11 -दृश्य प्रकृति का प्रयोजन क्या है ?
उत्तर – भोग व अपवर्ग ।
प्रश्न 12 -प्रकृति के कितने परिणाम बताए गए हैं ?
उत्तर – योग सूत्र के अनुसार प्रकृति के चार परिणाम बताए गए हैं ।
प्रश्न 13 – क्लशो को दूर करने के उपाय का वर्णन कौन से पाद में है ?
उत्तर – साधन पाद ।
प्रश्न 14 -मध्यम कोटि के साधकों के लिए कौन सा योग बताया गया है ?
उत्तर – क्रिया योग ।
प्रश्न 15 -योग सूत्र के अनुसार एक नाड़ी बराबर होती है ?
उत्तर – 24 मिनट ।
प्रश्न 16 -प्रकृति व पुरुष के सहयोग से क्या उत्पन्न होता है ?
उत्तर – महततत्व ।
प्रश्न 17 -योग सूत्र के अनुसार प्रकृति व पुरुष की अभेद क्या है ?
उत्तर – भोग ।
प्रश्न 18 -योग सूत्र के अनुसार सिद्धि प्राप्त करने के कितने मार्ग बताए गए हैं ?
उत्तर – योग सूत्र के अनुसार सिद्धि प्राप्त करने के पांच मार्ग बताए गए हैं ।
प्रश्न 19 -योगसूत्र को कौन से सूत्र में क्वांटम सिद्धांत प्रतिपादित है ?
उत्तर – दूसरे पाद का अट्ठारह सूत्र मे ।
प्रश्न 20 – मोक्ष के लिए योग सूत्र में कौन सा शब्द प्रयोग हुआ है ?
उत्तर – कैवल्य ।
प्रश्न 21 – सूर्य संयम से क्या परिणाम प्राप्त होता है ?
उत्तर – समस्त लोको का ज्ञान होता है ।
प्रश्न 22 – योग सूत्र के अनुसार पूर्व जन्मों का ज्ञान प्राप्त करने के लिए जरूरी है ?
उत्तर – संस्कारों का साक्षात्कार करना ।
प्रश्न 23 -धारणा की अवधि कितनी नाड़ी बताई गई है ?
उत्तर – पांच नाड़ी ।
प्रश्न 24 -ध्यान की अवधि कितनी नाड़ी बताई गई है ?
उत्तर – साठ नाड़ी ।
प्रश्न 25 – लिंग वा लिंगी पर आधारित प्रमाण कौन सा है ?
उत्तर – अनुमान ।
प्रश्न 26 – राजयोग का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
उत्तर – इंद्रियों का नियंत्रण ।
प्रश्न 27 – धारणा ध्यान और समाधि को किस समाधि से बहिरंग साधन माना जाता है ?
उत्तर – असमप्रज्ञात समाधि के ।
प्रश्न 28 – भव्य प्रत्यय समाधि में भव का अर्थ क्या है ?
उत्तर – अविद्या ।
प्रश्न 29 – ब्रह्म में चित्त एकाग्र करना वह गुरु की सेवा कहलाता है ?
उत्तर – समाधान ।
प्रश्न 30 – योगसूत्र पर सबसे पहला भाषा किसने दिया ?
उत्तर – वेदव्यास जी ने ।
प्रश्न 31 – चित्र का ज्ञान प्राप्त करने के लिए संयम कहां करना है ?
उत्तर – हृदय में ।
प्रश्न 32 -योग सूत्र के अनुसार धारणा अभ्यास के लिए चित्त को कितने चक्रों में से बांधने की बात कही गई है ?
उत्तर – 5 चक्रों में से ।
प्रश्न 33 – धारणा ध्यान और समाधि की एकता क्या कहलाती है ?
उत्तर – संयम ।
प्रश्न 34 – धारणा ध्यान समाधि योगसूत्र के किस पाद के अंतर्गत हैं ?
उत्तर – विभूति पाद ।
प्रश्न 35 – योग सूत्र के अनुसार कर्म कितने प्रकार के हैं ?
उत्तर – योग सूत्र के अनुसार कर्म चार प्रकार की है ।
प्रश्न 36 – योग सूत्र में कितने प्रकार की सिद्धियों का वर्णन है ?
उत्तर – योग सूत्र में आठ प्रकार की सिद्धियों का वर्णन है ।
प्रश्न 37 – सामाजिक शुद्धि के लिए अष्टांग योग का कौन सा अंग है ?
उत्तर – यम ।
प्रश्न 38 – हान का उपाय क्या है ?
उत्तर – हान का उपाय विवेक ख्याति है ।
प्रश्न 39 – योग सूत्र में हान का अर्थ क्या है ?
उत्तर – पुनर्जन्म आदि भावों दुखों का अंत होना ।
प्रश्न 40 – योग सूत्र में चेतना किसकी विशेषता बताई जाती है ?
उत्तर – योग सूत्र में चेतना पुरुष (आत्मा )की चेतना बताई जाती है ।
प्रश्न 41 – योग सूत्र के अनुसार दुख के प्रकार हैं ?
उत्तर – ताप परिणाम व संस्कार दुख ।
प्रश्न 42 – सुख भोगने की इच्छा क्या कहलाती है ?
उत्तर – सुख भोगने की इच्छा राग कहलाती हैं ।
प्रश्न 43 – देखे और सुने गए विषयों में तृष्णा रहित होना कौन सा वैराग्य है ?
उत्तर – वशीकार वैराग्य ।
प्रश्न 44 – भोग व अपवर्ग परियोजन रहित होकर अपने कार्य में लीन होना क्या कहलाता है ?
उत्तर – केवलवस्था ।
प्रश्न 45 – विवेक ख्याति की कितनी भूमिया हैं ?
उत्तर – विवेक ख्याति की सात भूमिया है ।
प्रश्न 46 – वासना का आश्रय कहां बताया गया है ?
उत्तर – चित्त में ।
प्रश्न 47 – वासना के उत्पन्न होने के कितने कारण हैं ?
उत्तर – वासना के उत्पन्न होने के चार कारण हैं ।
प्रश्न 48 – योगसूत्र में योगी कर्मा किसे कहा जाता हैं ?
उत्तर – अशुक्ला -अकृष्ण (निष्काम कर्म) को ।
प्रश्न 49 – इंद्रियों का अपने विषयों से विमुख होना क्या कहलाता है
उत्तर – प्रत्याहार ।
प्रश्न 50 – योग सूत्र के अनुसार प्राणायाम के कितने प्रकार हैं ?
उत्तर – चार ।
प्रश्न 51 – आसन की सिद्धि होने से क्या आती है ?
उत्तर – आसन की सिद्धि होने से स्थिरता आती है ।
प्रश्न 52 – योग सूत्र में आसन के परिभाषा क्या है और कहां दी गई है ?
उत्तर – योगसूत्र के दूसरे पाद के 46 में सूत्र में आसन की परिभाषा दी गई है स्थिर सुख आसननम ।
प्रश्न 53 – सर्वोत्तम सुख की प्राप्ति के लिए किस नियम को माना जाता है ?
उत्तर – संतोष ।
प्रश्न 54 – अष्टांग योग के अंतर्गत नियमों की संख्या कितनी है ?
उत्तर – अष्टांग योग के अनुसार नियमों की संख्या 5 है (शौच संतोष स्वाध्याय ईश्वर प्राणी धान) ।
प्रश्न 55 – किसकी सिद्धि का पालन से सभी रत्नों की प्राप्ति होती है ?
उत्तर – अस्तेय ।
प्रश्न 56 – अष्टांग योग के अंतर्गत योग के अंतरंग साधन कौन से हैं ?
उत्तर – अष्टांग योग के अंतर्गत योग के अंतरंग साधन तीन है (धारणा ध्यान और समाधि) ।
प्रश्न 56 – पतंजलि योग सूत्र में कितने अध्याय है ?
उत्तर – पतंजलि योग सूत्र में कुल ४ अध्याय (पाद) है
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