सर्वाइकल – कारण, लक्षण, योगासन, प्राणायाम और आहार चिकित्सा | Cervical Hindi

सर्वाइकल: – जब गर्दन की हड्डीयो में बहुत समय तक जकड़न बनी रहती है और इसके कारण गर्दन, कंधों, सिर में पीड़ा व गर्दन का हिलना-डुलना मुश्किल हो जाता है, इस अवस्था को सर्वाइकल कहते है।

सर्वाइकल के कारण

गर्दन में झटका लगने से,  जो व्यक्ति हमेशा गर्दन झुकाए काम करते हैं , यह मध्य आयु के लोगों में अधिकतर होता है, रीड की हड्डी का सबसे कोमल अंग गर्दन का ही होता है, रात्रि के समय सोने के लिए जो लोग तकिया का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें यह समस्या बनी रहती है। यह समस्या हड्डी की विकृति के कारण एवं उनके जोड़ के खिसकने के कारण उत्पन्न होती है।

अधिकतर 30 वर्ष की आयु से ऊपर के लगभग 25 से 30% लोग रीड की हड्डी के रोगों से पीड़ित रहते हैं। लेकिन आजकल यह समस्या बच्चों में होने लगी है। बच्चों का फोन पर ज्यादा देर तक गेम खेलना, टेबलेट, कंप्यूटर का अधिक इस्तेमाल करने से भी यह विकृति बढ़ रही है।

सर्वाइकल के लक्षण

  1. गर्दन की मांसपेशियों में दर्द का कड़ा होना।
  2. कंधे ,बाजू व गर्दन इन सभी अंगों में एक साथ पीड़ा महसूस होना।
  3. गर्दन घुमाने और आगे झुकने में चक्कर आना।
  4. कार्यों को करने में कठिनाई उत्पन्न होना।
  5. कंधे, बाजू,गर्दन में सूजन होना।
  6. हाथ पैर में कमजोरी महसूस होना।
  7. सिर के पीछे दर्द अनुभव करना।

सर्वाइकल के लिए योगासन चिकित्सा

सर्वाइकल से बचने के लिए योग आपको अवश्य अपनाना चाहिये। योग का अभ्यास करने से सर्वाइकल में काफी आराम पहुंचता है। योगसन इसके उपचार में रामबाण का काम करते है। रीड की हड्डी के किस भाग में विकार है। इसके लिए पहले एक्सरे करवाना और फिर इसके बाद आसनों का अभ्यास करना चाहिए। सर्वाइकल वाले व्यक्ति को लिए आगे झुकने वाले आसन नहीं करने चाहिए। इससे उसकी गर्दन में दर्द तथा चक्कर आ सकता है । निचे दिए गए आसन अपनी सामर्थ्य अनुसार करे।

  • अर्ध भुजंगासन
  • भुजंगासन
  • धनुरासन
  • अर्धमत्स्येंद्रासन
  • कटी भुजंगासन
  • उष्ट्रासन
  • ताड़ासन

सर्वाइकल के लिए प्राणायाम

सूर्यभेदन, चंद्र भेदन, भ्रमरी और उज्जायी,   प्राणायाम करते समय गर्दन का झुकाव आगे की तरफ हो इस बात का ध्यान रखे ।

सर्वाइकल के लिए आहार

सर्वाइकल में क्या खाना चाहिए। जिससे शरीर को पोषण प्रदान हो।  

फल जैसे पपीता, गाजर, गोभी, मेथी , पालक, तोरी, घीया, चोलाई, दूध, देसी  घी, मक्खन ,केला, चीकू ,बैंगन, सेब , चुकंदर,धनिया, बथुआ ,मूली , शलगम ,गेहूं और ज्वार इत्यादि शरीर के लिए लाभकारी है।

सर्वाइकल में शरीर के लिए हानिकारक आहार

अधिक मसालेदार भोजन जैसे चौमिन, न्यूडल्स, पिज़्ज़ा इत्यादि गरिष्ठ भोजन, जैसे पूरी, छोले, भटूरे, दाल, राजमा इत्यादि । नशीले पदार्थ जैसे धूम्रपान, गांजा आदि शरीर के लिए हानिकारक है।

Leave a Comment