अल्बर्ट आइंस्टीन के अनमोल विचारो का संग्रह | Albert Einstein Quotes in Hindi

अल्बर्ट आइंस्टीन जिनकी गिनती विश्व के श्रेष्ठ वैज्ञानिको मे की जाती है। यह भौतिक विज्ञान के महान ज्ञाता थे। इन्होने सापेक्षता का सिद्धांत तथा द्रव्यमान ऊर्जा समीकरण E = mc2 विज्ञान की दुनिया मे इनके द्वारा की गयी बहुत बडी खोज थी।

नाम. अल्बर्ट आइंस्टीन
जन्म – 14 मार्च 1879
मृत्यु – 18 अप्रैल 1955 (उम्र 76)
राष्ट्रीयता – वुर्टेमबर्ग / जर्मनी (1879–1896), स्टेटलेस (1896–1901),
स्विट्ज़्र्लैण्ड (1901–1955)
ऑस्ट्रिया (1911–1912), जर्मनी (1914–1933)
संयुक्त राज्य अमेरिका (1940–1955)
व्यवसाय – भौतिक विज्ञानी
जीवनी –
सम्बन्धित किताब –

अल्बर्ट आइंस्टीन के अनमोल विचारो का संग्रह (Albert Einstein Quotes Collection in Hindi)

Thought -1: यदि आप इसे सरलता से नही समझा सकते तो आप इसे अच्छी तरह से नही जानते।

Thought – 2: उस व्यक्ति पर बडी जिम्मेदारी मे विश्वास नही किया जा सकता जो छोटे छोटे कार्यो मे सच्चाई को गंभीरता से नही लेता ।

Thought – 3: वो इन्सान जिसने कभी गलतियॉ नही की वो कभी नया ढुढने की कोशिश नही करता ।

Thought – 4: एक मेज , एक कुर्सी, एक कटोरा फल और एक वायलन भला प्रसन्न रहने के लिए और क्या चाहिए?

Thought – 5: इन्सान को यह देखना चाहिए कि क्या मौजूद है, यह नहीं कि उसके अनुसार क्या होना चाहिए ।

Thought – 6: क्रोध मूर्खों के सीने में ही बसता है।

Thought – 7: कठिन परिस्थितियो मे अक्सर अवसरों की प्राप्ति होती है।

Thought – 8: भगवान के सामने हम सभी एक बराबर ही बुद्धिमान हैं-और एक सामन ही मूर्ख भी।

Thought – 9: यदि मानव जातीयो को जीवित रखना है तो हमें बिलकुल नयी विचारधारा की आवश्यकता होगी।

Thought – 10: किसी भी समस्या को बोधिकता के उसी स्तर पर हल नही किया सा सकता जिस पर उसकी उत्पत्ति हुयी हो।

Thought – 11: जब आप एक अच्छी लड़की के साथ बैठेते हों तो एक घंटा एक सेकंड के सामान लगता है। जब आप धधकते अंगारे पर बैठे हों तो एक सेकंड एक घंटे के सामान लगता है यही सापेक्षता है।

Thought – 12: दो चीजें अनंत हैं: ब्रह्माण्ड और मनुष्य कि मूर्खता; और मैं ब्रह्माण्ड के बारे में दृढ़ता से नहीं कह सकता।

Thought -13: हम हमारी सीमाओ को स्वीकार करने के बाद ही आगे बढ सकते है।

Thought – 14: आप प्रकृति को गहराई से देखो फिर आप सब कुछ बेहतर समझने लगेगे।

Thought – 15: सफल मनुष्य बनने के बजाए आपको गुणवान व्यक्ति बनने का प्रयास करना चाहिए।

Thought – 16: क्रिएटिविटी वो बुद्धिमता है जिससे खुशी प्राप्त होती है।

Thought – 17: समाज को न्याय दिलाने के लिए जीना जीवन की सबसे मूल्यवान कोशिश है।

Thought – 18: मनुष्य की कल्पनाशक्ति उसके जीवन मे होने वाली घटनाओं का पूर्वालोकन है।

Thought – 19: मनुष्य की जो भी कल्पनाशक्ति है, वो उसके ज्ञान से अघिक आवश्यक होती है

Thought – 20: आपके पास जो भी कल्पना शक्ति है, वो आपके ज्ञान से अधिक प्रभावाशाली है।

Thought – 21: अट्ठारह वर्ष की उम्र तक इकट्ठा किये गये पूर्वाग्रहों का नाम ही साघारण बुद्धि है।

Thought – 22: महान विचारधारा को सदैव सार्वजनिक मत के अत्यन्त विरोध का सामना करना पड़ता है।

Thought –23: किसी भी कार्य को अत्यिघिक लगाव से बार बार करने पर भिन्न भिन्न परिणामो की उम्मीद रखनी चाहिए ।

Thought – 24: तर्क के माघ्यम से आप एक स्थान से दुसरे स्थान तक जायेगे। जबकि कल्पनाशक्ति से आप कही भी जा सकते है।

Thought – 25: ज्ञान का एकमात्र माघ्यम अनुभव है।

Thought – 26: यदि आप किसी कार्य को करने के सारे माघ्यमो से परिचित है। तो आप उस कार्य को किसी भी माघ्यम से बेहतर कर सकते है।

Thought – 27: कोई भी व्यक्ति तब तक असफल नही है। जब तक वह कोशिश करना बन्द ना कर दें।

Thought – 28: समुद्री जहाज समुद्री किनारो पर सबसे अघिक सुरक्षित है परन्तु वो किनारो पर खडे रहने के लिए नहीं बना है।

Thought – 29: मनुष्य अगर प्रसन्नता से भरी जिन्दगी चाहता है तो उसे स्वयं को व्यक्ति और वस्तुओ से बॉघने के बजाय अपने लक्ष्य से बॉघना चाहिए।
Thought – 30: वे लोग जो असंभव को पाने का प्रयास करते है वो ही असंभव कार्य को कर जाते है।

Thought – 31: अविश्वास से विश्वास करना अच्छा होता है ऐसा करने से आप उस कार्य को पूर्ण करने की संभावनाओ के करीब पहुँच जाते है।

Thought – 32: शिक्षा तथ्यों को सिखाने की कला नही होती शिक्षा मस्तिक को सोच विचार करने का प्रशिक्षण देती है।

Thought – 33: विश्व को जो हानि पहॅंचाने वालो से खतरा नही है। विश्व उन व्यक्तियो से खतरा है जो हानि पहॅचाने वालो को देखकर भी पीठ फैर लेते है।

Thought – 34: जीवन एक प्रकार से साइकिल के पहियो को चलाने के समान है। जिस प्रकार साईकल मे संतुलन की आवश्यकता होती है। ठीक इसी तरह संतुलित जीवन व्यतीत कर हम आगे बढ सकते है।

Thought – 35: दुनिया एक बहुत बडी पुस्तक के समान है इसमे वह लोग केवल एक ही पन्ना पढ पाते है जो कभी घर से बहार नही जाते ।
Thought -36: धर्म विहीन विज्ञान लंगडा है और विज्ञान विहीन धर्म अन्धा।

Thought – 37: भारत के हम बहुत ऋणी हैं जिसने हमे गिनती सिखायी जिसके अभाव मे कोई भी आवश्यक वैज्ञानिक ,खोज सम्भव नहीं हो पाती।

Thought – 38: यह नही है कि मै कोई ज्यादा होशियार व्यक्ति हूँ । लेकिन मै अत्यघिक जिज्ञासु हूँ और किसी भी मसले को हल करने के लिए ज्यादा समय तक लगा रहता हूँ।

Thought – 39: मनुष्य को जीवन मे दो बातो पर विश्वास करना चाहिए । पहला ये कि कोई चमत्कार नही होता है दूसरा ये कि हर वस्तु एक चमत्कार है

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