हार्ट अटैक अचानक होने वाली बीमारी जरूर है, लेकिन यह होने से पहले बहुत से संकेत हमें मिलते हैं । जिन्हें हम नजरअंदाज करते हैं । इसके कारण यह बढ़ता ही चला जाता है। हार्ट अटैक होने से महीनों पहले शरीर में कुछ बदलाव होते हैं जैसे- चलते-फिरते समय सांस फूलना, यह सामान्य लक्षण है, छाती में दर्द होना, इन सभी समस्याओं को ऐसे ही समझ लेते हैं। इन पर ध्यान नहीं देते तब यह बढ़कर हार्टअटैक का रूप ले लेता है। यह गलत खानपान, अनुचित दिनचर्या, व्यायाम की कमी, खाने में परहेज ना करना, मधुमेह के कारण भी यह बहुत होता है| उच्च रक्तचाप के बढ़ जाने के कारण भी हार्ट अटैक की समस्या उत्पन्न होती है।
7 हार्ट अटैक के लक्षण –
1.सांस फूलने की समस्या चलते- फिरते समय छाती में दर्द।
2.पैरों में सूजन आना।
3.खाने के बाद गले में जलन होना।
4.खाने के बाद तुरंत चलने के बाद छाती में दर्द और जलन महसूस होना।
5.छाती का दर्द हाथ तथा पीठ की ओर बढ़ना, चक्कर आना और उल्टी करने की इच्छा होना।
6.शरीर में कमजोरी महसूस होना।
7.प्रत्येक सास के साथ धड़कन का बढ़ना 8.अचानक से पसीना पसीना होना।
10 हार्ट अटैक के मुख्य कारण –
1.खून का धक्का जमने के कारण।
2.खून गाढ़ा हो जाने के कारण।
3.हृदय का ठीक से कार्य ना करना।
4.मधुमेह बढ़ जाने के कारण भी हृदय रोग होता है।
5.तले भुने पदार्थ अत्यधिक लेने के कारण 6.शरीर में वसा की मात्रा बढ़ जाने के कारण 7.खाने में सोडियम की मात्रा में वृद्धि होने के कारण।
8.उच्च रक्तचाप बढ़ जाने के कारण भी हार्ट अटैक की समस्या होती है।
9.धमनियों में रक्त का प्रभाव बढ़ जाने के कारण।
10.दूध तथा दूध से बने पदार्थ अत्यधिक मात्रा में लेने के कारण।
हार्ट अटैक के लिए यौगिक उपचार–
खाने में अत्यधिक वसा ना ले, तले भुने पदार्थों के सेवन से बचें ,रक्त संचार ठीक रखने के लिए योग और प्राणायाम करें, टहलने जाएं संतुलित आहार ले।
हार्ट अटैक के लिए आसन –
कोई भी ऐसा आसन ना करें जिससे रक्त का प्रवाह ह्रदय की तरफ हो जैसे- गोमुखासन ,पवनमुक्तासन ,वज्रासन ,
पद्मासन,
सिद्धासन ,शवासन ,मकरासन इत्यादि।
प्राणायाम –
चंद्रभेदी प्राणायाम ,नाड़ी शोधन प्राणायाम ,अनुलोम विलोम ,उद्गीथ प्राणायाम, ध्यान इत्यादि करें।
हार्ट अटैक के लिए आहार –
एक मुख्य सवाल मन में आता है कि हार्ट की बीमारी में क्या खाना चाहिए। इसमें निम्न आहार ले। संतुलित आहार ग्रहण करें ,ताजे फल, सब्जियां जैसे -लौकी, तोरी, कद्दू ,घीया, पालक ,बथुआ ,अंगूर, सेब, अनार ,अमरुद ,अनानास इत्यादि।
आहार जो नहीं लेना है –
दिल के मरीज को क्या नहीं खाना चाहिए? यह सवाल मन में आता यह आना आवश्यक भी है इसलिए इसमें निम्न आहार ना ले। नशीले पदार्थों का इस्तेमाल से बचें । दूध, दही ,मक्खन, इत्यादि के इस्तेमाल से बचें। वसा युक्त चीजों से बचें जैसे घी, तेल, पूरी ,छोले ,भटूरे, ज्यादा गरम मसाले ,मैदा से बनी हुई चीजें समोसे ,मोमोज ,स्प्रिंग रोल, इत्यादि शरीर के लिए हानिकारक है।