उपवास क्यों जरूरी है
वर्तमान समय में हम तरह-तरह के भोजन का सेवन करते हैं और निरंतर अपने ग्रंथियों से एवं पेट से संबंधित सभी अंगों से मशीनों की तरह काम करवाते हैं उन्हें बिल्कुल भी विराम नहीं देते हैं जिससे कि कहीं न कहीं उनमें धीरे धीरे खराबी आने लगती है इसलिए उपवास का हमारे जीवन में बहुत महत्व है हफ्ते में कम से कम 1 दिन उपवास रखकर हम अपने शरीर को एक ताजगी प्रदान कर सकते हैं और उसे आराम करने का समय दे सकते हैं ।
उपवास रखने से संपूर्ण शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है और वह ऊर्जा हमारे पूरे शरीर का नव निर्माण करने में सहायक होती है।
उपवास का चूहों पर प्रयोग
लंदन में चूहों पर हुए एक शोध में यह पाया गया कि चूहों के भोजन में कैलोरी की मात्रा कम करने पर दिमाग में नई तंत्रिका कोशिकाएं पैदा हो रही हैं जिससे फलस्वरूप उनकी याददाश्त में वृद्धि हो रही है।
उपवास का इंसानों पर प्रयोग
लंदन में किंग्स कॉलेज के कुछ डॉक्टरों समेत 43 लोगों को इस शोध में शामिल किया गया और उन्हें 4 सप्ताह तक उपवास पर रखा गया इस उपवास के दौरान उन्हें कम कैलोरी वाला भोजन दिया गया अंत में 4 सप्ताह बाद उनका मेमोरी टेस्ट लिया गया जिसमें यह पाया गया कि उनकी याददाश्त में बहुत हद तक बढ़ोतरी हुई है ।
उपवास के प्रकार
उपवास कई प्रकार के होते हैं उपवास के दिन या तो हम कम कैलोरी वाला भोजन ले सकते हैं या फिर पेट को खाली रख सकते हैं कई लोग बिना भोजन किए नहीं रह सकते उनके लिए कम कैलोरी वाला उपवास बेहतर है और जो लोग बिना भोजन किए हुए पूरे दिन रह सकते हैं वह बिना भोजन किए हुए उपवास को अपनाएं या फिर कुछ फलों का सेवन करते हुए हफ्ते में एक दिन का उपवास रख सकते हैं ।
जानिए कैसे रखें उपवास
हफ्ते में किसी एक दिन को चुनकर सुबह स्नान करने के पश्चात नाश्ते में पौष्टिक एवं कम कैलोरी वाले फलों का सेवन करें कम कैलोरी वाले फलों में जैसे जामुन ,अंगूर, चुकंदर, खरबूजे एवं सेब आदि फल आते हैं इन फलों का सेवन आप उपवास वाले दिन कर सकते हैं वही सब्जियों में ब्रोकली बींस गाजर एवं फूलगोभी आदि आते हैं इन सब्जियों का सेवन आप इसे उबालकर और इसमें हल्का सा सेंधा नमक डालकर इसका सेवन कर सकते हैं या फिर इन सब्जियों को तवे में हल्का फ्राई करके इनका इस्तेमाल कर सकते हैं ।
उपवास के लाभ
उपवास रखने से हमारे शरीर के ग्रंथियों एवं अंगों को एक विराम मिल जाता है जिससे कि वह रिचार्ज होने लगते हैं और सुचारू रूप से कार्य करने के लिए तैयार हो जाते हैं । उपवास रखने से अच्छी नींद आती है और अच्छे विचार उत्पन्न होते हैं जिससे कि दिमाग पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और शरीर पर वह तरोताजा महसूस करता है ।
उपवास रखने से पेट एवं दिमाग संबंधित कई रोग नष्ट होने लगते हैं पेट के रोग जैसे कब्ज, एसिडिटी, अपच और मोटापा आदि रोगों में यह रामबाण की तरह कार्य करता है और वही सर दर्द माइग्रेन एंजाइटी आदि रोगों के लिए भी यह लाभकारी है।